Dr. Deepesh Kalra

पेशाब रुक रुक के क्यों आता है ? | Peshab Ruk Ruk Ke Aana | Urinary Problems

पेशाब रुक रुक के क्यों आता है ? | Peshab Ruk Ruk Ke Aana | Urinary Problems

इस वीडियो में Dr Deepesh Kalra (Consultant Urologist & Andrologist ) हमें पेशाब रुक रुक के क्यों आता है ? ( Urinary problems in adults (Hindi)) इस विषय के बारे में विस्तार से समझायेंगे। पेशाब रुक रुक के क्यों होता है ? इसके काफी सारे कारन हो सकते है। तो इसे समझने केलिए हम पेशाब रुक रुक के होने के स्त्रियों और पुरुषोंमें क्या हो सकते है , इसके बारेमें जानेंगे।

बच्चो में पेशाब रुक रुक के क्यों होता है ?
-Urinary Tract Infection
-Phimosis
-P U Valve Disorder – कुछ बच्चो को पैदाइशी urinary tract में problems जैसे की ब्लॉकेज होते है जिसके कारन यह समस्या हो सकती है।
-Meatal Stenosis
-Kidney stone

पुरुषोंमें पेशाब रुक रुक के क्यों होता है ?
-Neurogenic bladder
-Urinary Tract Infection
-Phimosis
-urethral stricture
-Kidney stone

वरिष्ठ लोगो में पेशाब रुक रुक के क्यों होता है ?
-Prostate enlargement
-Urinary Tract Infection
-Kidney stone
-Cancer Signs
-neurology की समस्या old age में काफी ज्यादा होती है जिसके कारन उनका bladder कमजोर होने लगता है और flow ठीक से करता नहीं है।
-इसके साथ ही साथ dibetes के कारन भी urine के flow पर असर होता है।
-Constipation

महिलाओ में पेशाब रुक रुक के क्यों होता है ?
महिलाओ में पेशाब रुक रुक के होने के कारन काफी कम होते है। क्योकि औरतो का यूरिन का मार्ग काफी चौड़ा होता है। लेकिन अगर हो तो उसपे जल्द से जल्द उपाय करना चाहिए।
-छोटी बच्चीयो में पेशाब रुक रुक के आने का कारन हो सकता है , Kidney stone या Urine infection
-युवा लड़कियों में kidney stone या Urinary Tract Infection से पेशाब रुक रुक के हो सकता है।
-जिन महिलाओ का मासिक धर्म बंद हुवा होता है उनका पेशाब रुक रुक के आने की समस्या ज्यादा होती है। Menopause के बाद हॉर्मोनल बदलाव के कारन योनि मार्ग सूखा पड़ जाता है जिसके कारन blockages हो जाते है जिसे urethral stricture कहते है।
-इसके साथ ही साथ neurological problems , diabetes और constipation के कारन भी महिलाओ में पेशाब रुक रुक के आता है।

अगर किसीको पेशाब रुक रुक के आनेकी या urine slow आनेकी समस्या है तो जल्द से जल्द अपने urologist की सलाह ले , वह आपको uroflowmetry जैसी टेस्ट करने केलिए कहेंगे और इसके ऊपर आपको आपकी ट्रीटमेंट तय की जाएगी।